यूसर्क की निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) अनीता रावत ने कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि हरेला पर्व हमें अपनी जड़ों से जोड़ता है, और यह हमें अपने परंपरागत लोकपर्वों, जैव विविधता को संरक्षित करने हेतु प्रेरित करता है और हमें अपनी जड़ों से जोड़ कर रखते हैं। उन्होंने छात्र-छात्राओं से वैज्ञानिक संवाद करते हुए कहा कि विचारों से ही संस्कार आते हैं और यदि आपके विचार अच्छे हैं तो आपके संस्कार भी अच्छे होंगे और यही जीवन का मूलमंत्र है। उन्होंने कहा कि आज हमारी और आपकी पीढ़ी के द्वारा किए गए कार्य हमारे जीवन की दशा को उन्नत बनाने के साथ साथ राष्ट्र को भी आगे ले जायेंगे। प्रोफेसर रावत ने यूसर्क द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न वैज्ञानिक कार्यक्रमों की विस्तार पूर्वक जानकारी छात्र-छात्राओं को दी। इस अवसर पर कॉलेज के 400 छात्र छात्राएं उपस्थित रहे एवं कॉलेज परिसर में 120 फलदार पौधों का रोपण किया गया।