यूसर्क के उद्यमिता विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत मौन पालन (Apiculture) प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ (19-23 September 2023)

उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क), देहरादून द्वारा आज दिनांक 19 सितम्बर 2023 को ग्राफिक ऐरा पर्वतीय विश्वविद्यालय, देहरादून एवं खादी ग्रामोद्योग विभाग, देहरादून के संयुक्त तत्वाधान में उद्यमिता विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत मौन पालन (Apiculture) विषय पर साप्ताहिक प्रशिक्षण कार्यक्रम पं0 नैन सिंह सभागार भारतीय सर्वेक्षण विभाग, देहरादून में शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में यूसर्क की निदेशक प्रो0 (डा0) अनीता रावत ने अपने सम्बोधन में कहा कि यूसर्क द्वारा उच्च शिक्षा में अध्ययनरत विद्यार्थियों एवं शिक्षकों में उद्यमिता विकास, कौशल विकास एवं स्वरोजगार को बढ़ाने के उद्देश्य के साथ उद्यमिता विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत मौन पालन (Apiculture) विषय पर सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है। प्रो0 रावत ने कहा कि यूसर्क का प्रयास है कि एक्सपीरियन्स लर्निंग एबिलिटी को बढ़ाने, उपलब्ध शोध संसाधनों को प्रयोगात्मक माध्यम से सभी को सुलभ बनाने, एक्सपिरियन्स लर्निंग के साथ-साथ इन्क्लूसिव एण्ड क्वालिटी एजूकेशन को बढ़ाने के उद्देश्य के साथ यूसर्क द्वारा विभिन्न थीम आधारित हैण्डस ऑन प्रशिक्षण कार्यक्रमों को लगातार सम्पादित किया जा रहा है।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में ग्राफिक ऐरा पर्वतीय विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर साइंस के डीन डा0 एम0के0 नौटियाल ने अपने सम्बोध में कहा कि मौन पालन विषयक साप्ताहिक प्रशिक्षण कार्यक्रम विद्यार्थियों को उनके करियर के दृष्टि से महत्वपूर्ण होगा साथ ही साथ उनमें उद्यमिता विकास की दिशा में ले जाने का कार्य करेगा। प्रो0 नौटियाल ने कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बहुत महत्वपूर्ण है। अतः सभी को गम्भीरतापूर्वक यह प्रशिक्षण कार्यक्रम पूण करना है। कार्यक्रम में खादी ग्रामोद्योग विभाग, देहरादून के वरिष्ठ अधिकारी श्री ओ0पी0 उपाध्याय ने अपने सम्बोधन में कहा कि उनके विभाग द्वारा मौन पालन एवं अन्य सम्बन्धित स्वरोजगार सम्बन्धी विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम वर्षभर लगातार किये जाते है, जिससे राज्य के विद्यार्थी उद्यमिता प्रशिक्षण के पश्चात आत्मनिर्भर बन रहे है तथा अन्य लोगों को भी रोजगार उपलब्ध करा रहे है।
कार्यक्रम में यूसर्क की वैज्ञानिक डा0 मन्जू सुन्दरियाल ने मौन पालन प्रशिक्षण को युवाओं के रोजगार प्राप्त करने हेतु महत्वपूर्ण बताया, जिससे पहाड़ में युवाओं के पलायन की समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है। कार्यक्रम में यूसर्क के वैज्ञानिक डा0 ओम प्रकाश नौटियाल ने कहा कि मौनपालन जैसे प्रशिक्षण कार्यक्रम से युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ ही उद्यमिता एवं कौशल विकास में भी सहायक सिद्ध होगा। हमारे युवा राजगार मांगने के स्थान पर रोजगार प्रदान करने वाले बन पायेगें।
कार्यक्रम के तकनीकी सत्र में विशेषज्ञा के रूप में उपस्थित ग्राफिक ऐरा पर्वतीय विश्वविद्यालय के कृषि विभाग के डा0 दीपक खोलिया ने ‘‘मधुमक्खी पालनः आवश्यकता एवं विधियों’’ विषय पर अपना व्याख्यान देते हुये विस्तार से समझाया। कार्यक्रम का संचालन डा0 आम प्रकाश नौटियाल, वैज्ञानिक यूसर्क द्वारा तथा धन्यवाद ज्ञापन डा0 मन्जू सुन्दरियाल द्वारा किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में उत्तराखण्ड राज्य के 12 शिक्षण संस्थानों यथा- पं0 एल0एम0एस0 कॉलेज, ऋषिकेश, हेे0न0ब0 विश्वविद्यालय, श्रीनगर, डी0ए0वी0 (पी.जी.) कॉलेज देहरादून, एस0डी0एम0 (पी.जी.) कॉलेज डोईवाला, देहरादून, डॉलफिन संस्थान, देहरादून, तुलाज संस्थान, देहरादून, दून पी0जी0 कॉलेज, बी0जी0आर0 कैम्पस पौड़ी, जी0पी0जी0सी0 थलीसैंण, पौड़ी, सी0आई0एम0एस0, देहरादून, उत्तरांचल विश्वविद्यालय एवं ग्राफिक ऐरा हिल विश्वविद्यालय के 35 विद्यार्थियों द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त किया जा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *