
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि यूसर्क की निदेशक प्रो. (डॉ.) अनीता रावत ने इस कार्यक्रम में अपने सम्बोधन में कहा कि राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस हम सभी को गर्व प्रदान करने वाला दिन है, इसी दिन भारत ने अपने वैज्ञानिकों की वर्षों की कड़ी मेहनत के पश्चात सफलतापूर्वक परमाणु परीक्षण करके भारत की शक्ति को दुनिया के समक्ष प्रस्तुत किया।
प्रो0 रावत ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज आर्टिफिशियल इंटेलिजेन्स (ए.आई.) तकनीकी विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। इस तकनीकी का सकारात्मक कार्यों हेतु विभिन्न प्रकार से उपयोग किया जा सकता है।कार्यक्रम में कोर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बी.एम. सिंह ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला। काॅलेज आफ इंजीनियरिंग, रूड़की के विशेषज्ञ वक्ता, डॉ. रोहित कनौजिया, प्रमुख, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, डॉ. मृदुला, प्रमुख, इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सेल, श्री कमल कुमार गोला, सहायक प्रोफेसर, कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग विभिन्न डोमेन के विशेषज्ञ आदि के द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेन्स ज्ञान का आदान-प्रदान किया और ओपन एआई टूल्स की क्षमता पर व्यावहारिक प्रस्तुतियां दीं गई। विशेषज्ञों ने स्वास्थ्य, वित्त, शिक्षा और संचार सहित विभिन्न क्षेत्रों में एआई उपकरणों की क्षमताओं, प्रगति और अनुप्रयोगों पर चर्चा की। एआई प्रौद्योगिकी के व्यावहारिक प्रभाव को प्रदर्शित करने के लिए वक्ताओं ने वास्तविक दुनिया के उदाहरण और सफलता की कहानियां साझा कीं।