
ब्लॉक सभागार, गैरसैण जनपद चमोली में दो दिवसीय “जल संरक्षण, जल गुणवत्ता एवम् स्वास्थ्य स्वच्छता” विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का दिनांक 27 फरवरी को समापन हुआ।
उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवम् अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क) सूचना विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, उत्तराखंड शासन एवम् जीबी पंत राष्ट्रीय हिमालयन पर्यावरण संस्थान (भारत सरकार, #GBPIHED), अल्मोड़ा के सहयोग से आयोजित कार्यक्रम के मुख्य वक्ता जीबी पंत राष्ट्रीय हिमालयन संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ जी सी एस नेगी ने अपने विशेषज्ञ व्याख्यान में जल स्रोतों को पुनर्जीवित करने के तरीकों पर विस्तार बताया।गैरसैण महाविद्यालय के डॉक्टर तरुण मोहन ने जल और स्वास्थ्य स्वच्छता विषय’ पर बोलते हुए जल विज्ञान के विभिन्न पैरामीटर्स और उनके अध्ययन पर प्रकाश डाला।
तकनीकी सत्र में यूसर्क के वैज्ञानिक एवम् कार्यक्रम के समन्वयक डॉ भवतोष शर्मा ने जल गुणवत्ता एवम् उसके घरेलू विधियों के द्वारा शुद्ध करने विषय पर अपना व्याख्यान दिया एवम् विभिन्न जल परीक्षण उपकरणों के द्वारा जल की गुणवत्ता अध्ययन को सिखाया। शिक्षक श्री सतेंद्र भंडारी ने जल के पारंपरिक ज्ञान को आगे ले जाने एवम् जल बचाने को कहा।
वैज्ञानिकों ने विद्यार्थियों के प्रश्नों का समाधान भी प्रदान किया।कार्यक्रम में गैरसैण के विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों, शिक्षकों सहित कुल 165 लोगों द्वारा प्रतिभाग किया गया। उमेश जोशी एवम् रमेश रावत ने विशेष सक्रिय सहयोग प्रदान किया।
कार्यक्रम में श्री सुबोध डिमरी, सुनील गैरोला, लखपत सिंह रावत, चैतराम काला, नारायण सिंह नेगी, संदीप पंत, बी आर सती, श्रीमती भावना उप्रेती, जे एस रावत, सतेंद्र चन्द्र चौधरी, यशवंत चन्द्र, मनीष कुमार, रजनी भारती आदि शिक्षण गण उपस्थित रहे। सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज गैरसैण, राजकीय विद्यालय मेहल चौड़ी, राजकीय उत्तर माध्यमिक विद्यालय घंडियाल, राजकीय उत्तर माध्यमिक विद्यालय अंद्रापा, राजकीय इंटर कॉलेज आगर चट्टी, राजकीय इंटर कॉलेज पांज्याना खाल, राजकीय इंटर कॉलेज भराणीसेण, राजकीय इंटर कॉलेज पंचाली, राज इंटर कॉलेज मरुडा, राजकीय उत्तर मा विद्यालय फरकंडे, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज गैरसैण आदि विद्यालयों के विद्यार्थी एवम् शिक्षक गण उपस्थित रहे।