
यूसर्क द्वारा दिनांक 19-21 मई 2022 तक आयोजित किये जा रहे तीन दिवसीय ‘जल विज्ञान प्रशिक्षण’ कार्यक्रम का दिनांक 21 मई 2022 को यूसर्क सभागार में समापन हुआ। कार्यक्रम में बोलते हुये यूसर्क की निदेशक प्रोफेसर (डॉ) अनीता रावत ने अपने संबोधन में कहा कि हम सभी को जलस्रोतों का संरक्षण करना होगा तथा जलस्रोतों की गुणवत्ता का प्रबन्धन भी आवश्यक है जिससे सभी को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो सके।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे दिन दिनांक 20 मई 2022 को प्रशिक्षण में आये समस्त प्रतिभागियों को डाॅल्फिन संस्थान का भ्रमण कराया गया, जिसमें माइक्रोबायोलाॅजी, कैमिस्ट्री एवं फार्मास्यूटिकल कैमिस्ट्री की प्रयोगशालाओं में प्रयोगात्मक कार्यों को सिखाया गया। डाॅल्फिन संस्थान की प्राचार्या डा0 शैलजा पंत ने ‘‘माइक्रोबियल एनालिसिस ऑफ वाटर’’ विषय पर अपना विशेषज्ञ व्याख्यान देते हुये जल में उपस्थित विभिन्न प्रकार के सूक्ष्म जीवों का अध्ययन करना बताया। कार्यक्रम में यूसर्क के वैज्ञानिक डा0 भवतोष शर्मा ने ‘‘केमिकल एनालिसिस ऑफ वाटर’’ विषय पर अपना व्याख्यान दिया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के तीसरे दिन दिनांक 21 मई 2022 को दून विश्वविद्यालय की शिक्षिका डा0 शिवा अग्रवाल ने ‘‘सोल्वेंट एक्सट्रैक्शन विधि द्वारा अपशिष्ट जल से प्रदूषकों का पृथक्करण’’ विषय पर विशेषज्ञ व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि अपशिष्ट जल को इन विधियों द्वारा उपचारित करके पुनः विभिन्न कार्यों जैसे- उद्योग, कृषि आदि में प्रयोग किया जा सकता है। डा0 भवतोष शर्मा ने जल के भौतिक एवं रासायनिक पैरामीटर्स के प्रयोगशाला में विश्लेषण विषय पर उपस्थित छात्र-छात्राओं को हैण्डस ऑन ट्रेनिंग प्रदान की।