
दिनांक 18 सितम्बर 2021 को उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क) के सभागर में विश्व बाँस दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य बाँस की प्रजाति के बहुउपयोगी महत्व को देखते हुये बाँस के उद्योग को बढ़ावा देने, काश्तकारों के सामाजिक एवं आर्थिक उन्नयन हेतु व इसके संरक्षण के लिये जागरूकता को बढ़ाना था। कार्यक्रम में यूसर्क की वैज्ञानिक डा0 मन्जू सुन्दरियाल द्वारा बाँस के उपयोग, आजीविका का संसाधन परम्परागत व्यवसाय की समस्यायें एवं बाँस के संसाधन के संरक्षण पर विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये यूसर्क की निदेशक प्रो0 (डा0) अनीता रावत द्वारा बाँस को एक महत्वपूर्ण प्रजाति बताते हुये इसके संरक्षण एवं संवर्धन को आवश्यक बताया साथ में उनके द्वारा इस उद्योग में महिलाओं को जोड़ने, नये उत्पाद बनाने एवं इनके बाजारीकरण का सुझाव दिया गया। कार्यक्रम के अन्त में यूसर्क की निदेशक एवं वैज्ञानिकों के द्वारा बाँस के पौधों को लगाकर इसके संरक्षण का संकल्प लिया गया।



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