उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क) सूचना एवं विज्ञान प्रौद्योगिकी विभाग और देवभूमि विज्ञान समिति उत्तराखंड के संयुक्त तत्वाधान में ‘वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट फॉर मेन्टेनिंग द वाटर क्वालिटी ऑफ वाटर रिर्सोर्सेज’ विषय पर व्याख्यान का आयोजन

उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क) सूचना एवं विज्ञान प्रौद्योगिकी विभाग और देवभूमि विज्ञान समिति उत्तराखंड के संयुक्त तत्वाधान में ‘वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट फॉर मेन्टेनिंग द वाटर क्वालिटी ऑफ वाटर रिर्सोर्सेज’ विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए यूसर्क की निदेशक प्रो. (डा) अनीता रावत ने बताया कि यूसर्क की ओर से विगत वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून 2021 को आयोजित कार्यक्रम के अन्तर्गत विशेषज्ञों की परिचर्चा के निष्कर्षो के क्रम में ‘वाटर एजूकेशन लेक्चर सीरीज’ मासिक कार्यक्रम को प्रारंभ किया गया। इस कार्यक्रम में प्रतिमाह जल संसाधनों के संरक्षण, अध्ययन, तकनीकी प्रयोग, जन सहभागिता द्वारा प्रबन्धन, शोध व अनुसंधान आदि विषयों केा लेकर प्रदेश के दूरस्थ स्थित विद्यालयों के छात्र छात्राओं तक पहुंचाने का कार्य निरन्तर किया जा रहा है।

वर्चुअली आयोजित किए गए कार्यक्रम के संयोजक डा. भवतोष शर्मा ने बताया कि उत्तराखंड राज्य में जल संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है, जिनके संरक्षण, संवर्धन के लिए वैज्ञानिक अध्ययन के साथ-साथ जन सहभागिता के साथ व्यापक स्तर पर कार्य करने की जरूरत है। यूसर्क द्वारा राज्य के जल स्रोतों की जल गुणवत्ता का अध्ययन यूसर्क द्वारा स्थापित जल गुणवत्ता प्रयोगशाला के माध्यम से किया जा रहा है। कार्यक्रम का संचालन करते हुए उन्होंने कार्यक्रम के उपस्थित विशेषज्ञों व अतिथियों का परिचय कराया।


कार्यक्रम में जी बी पन्त राष्ट्रीय हिमालय पर्यावरण संस्थान, कोसी कटारमल अल्मोड़ा (पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार) की वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. वसुधा अग्निहोत्री ने प्राकृतिक जल स्रोतो की जलगुणवत्ता बनाये रखने के लिए अपशिष्ट जल का उपचार विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने जल की केमिस्ट्री, जल प्रबन्धन विषयक नियम एवं कानून, अपशिष्ट जल, घरेलू एवं औद्योगिक अपशिष्ट, अपशिष्ट जल के भौतिक, रासायनिक एवं जैविक गुण, जल गुणवत्ता सूचक आदि विषयों पर विस्तृत जानकारी प्रदान की।
उन्होंने वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट की भौतिक, रासायनिक एवं जैविक विधियों जैसे सेडीमेन्टेशन, फ्लोटेशन, फिल्ट्रेशन, ओजोनेशन, क्लोरीनेशन, एक्टीवेटेड स्लज आदि उपक्रमों पर वैज्ञानिक एवं तकनीकी जानकारी प्रदान की। उन्होंने बायोफिल्टर (जैविक फिल्टर) के बारे में उपस्थित प्रतिभागियों को जानकारी प्रदान की। उन्होंने घरेलू स्तर पर ग्रे-वाटर के ट्रीटमेन्ट करने के बारे में विस्तार पूर्वक बताया।


व्याख्यान के पश्चात प्रश्न उत्तर सत्र में प्रतिभागियों ने अपने अपने प्रश्नों का समाधान प्राप्त किया। वैज्ञानिक डॉ ओम प्रकाश नौटियाल ने यूसर्क की विभिन्न वैज्ञानिक गतिविधियों पर प्रकाश डाला। धन्यवाद ज्ञापन डॉ ओम प्रकाश नौटियाल ने किया। कार्यक्रम में डॉ मंजू सुंदरियाल, डॉ राजेंद्र सिंह राणा, इं. उमेश जोशी, ओम जोशी, राजदीप जंग, डॉ विपिन जोशी, डॉ एम एस पंवार, दुबई से श्री धीरेश जोशी सहित 65 लोग उपस्थित थे।

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