उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवम् अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क) देहरादून द्वारा हिमालयन अध्ययन मिशन परियोजना द्वारा वित्त पोषित परियोजना के अन्तर्गत रिंगाल के संसाधन को काश्तकारों की आजीविका का प्रमुख संसाधन बनाने हेतु इसके नये उत्पाद बनाने, बाजारी करण एवं संरक्षण पर कार्य किया जा रहा है । रिंगाल उत्पाद बनाने के लिये रिंगाल के संसाधन की उपलब्धता बनाने हेतु यूसर्क द्वारा स्थानीय निवासियों एवं महिला समूह की भागीदारी के द्वारा ११-१२ जुलाई २०२० को पीपलकोटी ज़िला चमोली, में वृहद स्तर पर सामुदायिक रिंगाल वृक्षारोपण कार्यक्रम किया गया ।
रिंगाल के वृक्षारोपण कार्यक्रम के प्रथम दिवस में यूसर्क से डा. बिपीन सती द्वारा रिंगाल की उपयोगिता पर प्रकाश डाला तथा इसे आजीविका का महत्वपूर्ण संसाधन बताते हुये इसके संरक्षण को अति आवश्यक बताया गया । उन्होने बताया कि रिंगाल के उद्यम के जरिये ग्रामीण बेरोजगारी की समस्या पर भी काफी हद तक काबू पाया जा सकता है । अतः रिंगाल की निरन्तर उपलब्धता बनाये रखने हेतु यूसर्क द्वारा दो दिवसीय रिंगाल वृक्षारोपण कार्यक्रम समुदाय के सहयोग से किया जा रहा है । कार्यक्रम के अंत मे गाव के प्रधान द्वारा सभी लोगों को रिंगाल वृक्षारोपण कार्यक्रम में सहयोग देने को धन्यवाद देते हुये वृक्षारोण आरम्भ करने हेतु आग्रह किया गया ।