यूसर्क की अभिनव पहल के तहत् वनस्पति सर्वेक्षण संस्थान के सहयोग से स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर के विद्यार्थियों के लिये प्रथम सात दिवसीय प्लांट टैक्सोनाॅमी (Hands-on) सर्टिफिकेट कार्यक्रम यूसर्क सभागार में विधिवत शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में यूसर्क की निदेशक प्रो0 (डा0) अनीता रावत ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्लांट टैक्सोनाॅमी नाॅलेज, सही ज्ञान एवं व्यवहारिक ज्ञान के अनुपालन से हम टैक्सोनाॅमिक ज्ञान को अर्जित कर सकते है। उन्होंने कहा कि प्लांट टैक्सोनाॅमी जैवविविधता के संरक्षण में एक बुनियादी ज्ञान है, जो कि पादपों के संरक्षण को प्रभावी रूप में लाने एवं विभिन्न वैश्विक समस्याओं के समाधान एवं नीति निर्धारण में आवश्यक है।
कार्यक्रम का संचालन करते हुये सर्टिफिकेट कोर्स की समन्वयक व यूसर्क वैज्ञानिक डा0 मन्जू सुन्दरियाल ने कार्यक्रम में उपस्थित प्रतिभागियों एवं विशेषज्ञों का स्वागत करते हुये सर्टिफिकेट कोर्स का विद्यार्थियों के करियर सम्बन्धी भविष्य की सम्भावनाओं के बारे में बताया।
कार्यक्रम के विशेष अतिथि वनस्पति सर्वेक्षण संस्थान के विभागाध्यक्ष डा0 एस0 के0 सिंह द्वारा प्लांट टैक्सोनोमी के अध्ययन के महत्व को विस्तार से समझाया। उनके द्वारा कहा गया कि टैक्सोनोमी एक वृहद विषय है व वनस्पतिशास्त्र की प्राचीनतम आधारभूत शाखा है जिसके अन्तर्गत किसी भी पौधे के समुचित और समग्र अध्ययन करने से पूर्व पौधे के सही वैज्ञानिक नाम और पादप जगत में उसकी वर्गीकीय स्थिति की जानकारी आवश्यक है।
वनस्पति सर्वेक्षण संस्थान के वैज्ञानिक डा0 पुनीत कुमार द्वारा तकनीकी व्याख्यान में प्लांट टैक्सोनोमी के आधारभूत ज्ञान, पादपों की संरचना, पहचान, वर्गीकरण एवं पादप विषय पर विस्तार से प्रतिभागियों को जानकारी प्रदान की।
कार्यक्रम में यूसर्क के वैज्ञानिक डा0 ओम प्रकाश नौटियाल द्वारा सभी उपस्थित प्रतिभागियों को यूसर्क की गतिविधियों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया व समस्त प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।