यूसर्क द्वारा एनवायरनमेंटल टेक्नोलॉजी विषय पर यूपीईएस, देहरादून में तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ

उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क) आज दिनाँक 29 जुलाई 2024 को एनवायरनमेंटल टेक्नोलॉजी विषय पर सस्टेनेबिलिटी क्लस्टर, यूपीईएस, देहरादून के संयुक्त तत्वावधान में तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ हुआ।

कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन कर वंदना की गयी। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि अतिथि के रूप में उपस्थित यूसर्क की निदेशक प्रोफेसर (डा0) अनीता रावत ने कहा कि यूसर्क द्वारा विद्यार्थियों में पर्यावरण विज्ञान से संबंधित विभिन्न विषयों पर प्रयोगात्मक प्रशिक्षण इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में प्रदान किया जा रहा है जिससे उनमें वैज्ञानिक अभिरुचि एवं नवाचार की भावना विकसित होगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए यूपीईइस के प्रेसीडेंट डॉ सुनील राय ने कहा कि इस प्रशिक्षण के द्वारा विद्यार्थियों को वैज्ञानिक सिद्धांत प्रयोगात्मक रूप से सीखने को मिलेंगे।

कार्यक्रम समन्वयक एवं यूसर्क वैज्ञानिक डॉ भवतोष शर्मा ने कहा आज एनवायरनमेंटल टेक्नोलॉजी एक बहुत महत्वपूर्ण विषय हो चुका है जिसका मूलभूत ज्ञान एवं प्रायोगिक ज्ञान दोनों का होना बहुत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में राजकीय (पी जी) कॉलेज उत्तरकाशी, पुरोला, चिनयालीसौड, श्री देव सुमन विश्वविद्यालय परिसर ऋषिकेश, डी ए वी कॉलेज देहरादून, डी बी एस पीजी कॉलेज देहरादून, उत्तरांचल यूनिवर्सिटी देहरादून के 25 स्नातक एवं स्नातकोत्तर विद्यार्थियों द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त किया जा रहा है।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए सस्टेनेबिलिटी क्लस्टर, यूपीईएस के प्रोफेसर एवं कार्यक्रम समन्वयक (डॉ) संजय भूटानी ने कार्यक्रम की पूरी रूप रेखा बतायी ।कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन यूसर्क वैज्ञानिक डॉक्टर ओम प्रकाश नौटियाल ने करते हुए यूसर्क की वैज्ञानिक गतिविधियों पर प्रकाश डाला। सस्टेनेबिलिटी क्लस्टर के हेड प्रोफेसर विक्रम प्रसाद यादव ने अतिथियों का स्वागत किया। पहले तकनीकी सत्र का पहला व्याख्यान डॉक्टर रंजीत गौरव ने “सस्टेनेबल गोल्स, क्लाइमेट चेंज एंड इम्पैक्ट ऑन एनवायरनमेंट” विषय पर दिया। दूसरा व्याख्यान डॉ राहुल सिलोरी ने “वेस्ट वॉटर मैनेजमेंट एंड इटस एडवांस्ड टेक्नोलॉजी” विषय पर दिया। अपराह्न सत्र में डॉ मधुवेंन शर्मा एवं डॉ कंचन बहुखंडी ने “वाटर क्वालिटी मोनिटरिंग एंड ट्रीटमेंट” पर हैंडस ऑन ट्रेनिंग प्रदान की। कार्यक्रम में डॉ स्वाती दत्ता, प्रोफेसर एस एम तौसीफ, डॉ जितेन्द्र पांडे, इंजिनीयर उमेश जोशी, अरुण उनियाल, हरीश देवरानी सहित 50 लोग उपस्थित रहे।

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