
उत्तराखण्ड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केन्द्र (यूसर्क) द्वारा दिनांक 21 जून 2022 को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस- 2022 के अवसर पर ‘मानवता के लिये योग’ “Yoga for Humanity” विषय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में यूसर्क की निदेशक प्रो0 (डा0) अनीता रावत ने कहा कि योग हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बन चुका है। मनुष्य एवं मानवता दोनों के लिये योग बहुत आवश्यक है। प्राचीन काल से ही भारत द्वारा योग को अपनाया जाता रहा है। भारत सरकार के प्रयासों से योग को वैश्विक स्तर पर मान्यता प्रदान की गई और आज पूरा विश्व योग को अपना रहा है।
यूसर्क के वैज्ञानिक डा0 ओम प्रकाश नौटियाल ने कार्यक्रम का संचालन करते हुये बताया कि योग के द्वारा प्रत्येक मनुष्य अपनी छुपी हुयी योग्यता, क्षमता एवं आन्तरिक शक्तियों का विकास कर सकता है। योग से मन, मस्तिष्क एवं शरीर स्वस्थ रखा जा सकता है।
कार्यक्रम में योग प्रशिक्षक के रूप में एस0जी0आर0आर0 विश्वविद्यालय के प्राध्यापक एवं अध्यक्ष, हिमालयन योग शोध संस्थान, देहरादून के योगाचार्य डा0 अनिल थपलियाल ने योग के विषय में महत्वपूर्ण जानकारी देते हुये बताया कि किस बिमारी के निदान में कौन सा योग लाभकारी होता है। उन्होंने कार्यक्रम में देहरादून, टिहरी व अन्य स्थानों से आनलाइन माध्यम से जुड़े हुये 45 प्रतिभागियों को विभिन्न प्रकार के योग व आसन कराये तथा उनका महत्व भी समझाया।